पेरिसः आज भारत को फ्रांस से अपना पहला राफेल लड़ाकू विमान मिलेगा. खास बात है कि ये ऐसे दिन मिलने जा रही है जब वायुसेना दिवस के साथ साथ दशहरा का त्यौहार भी है. खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इस मौके पर फ्रांस के मैरीग्नेक (Merignac) एयरबेस पर मौजूद रहेंगे और शस्त्र पूजा के साथ-साथ राफेल में उड़ान भी भरेंगे. यह उड़ान तकरीबन आधे घंटे की होगी.
फ्रांस पहुंचे राजनाथ सिंह ने कहा, ”स्वाभाविक रूप से हर कोई राफेल को लेकर उत्साहित है. राफेल भारत को सौंप दिया जाएगा. मैं आशा करता हूं कि आप भी इस समारोह के गवाह बनें.”
राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से भी करेंगे मुलाकात
उड़ान से पहले फ्रांस औपचारिक तौर पर राफेल विमान भारत को सौंप देगा. इस दौरान फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले भी मौजूद रहेंगी. बोर्डेक्स के लिए रवाना होने से पहले राजनाथ सिंह पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात करेंगे.
दोनों के बीच रक्षा और सुरक्षा के मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है. राजनाथ सिंह को राफेल सौंपने का कार्यक्रम पेरिस से करीब 590 किलोमीटर दूर विमान की निर्माता कंपनी दसाल्ट एविएशन के संयंत्र में रखा गया है.
आयुद्ध कंपनियों के सीईओ के साथ करेंगे बैठक
हालांकि, 36 विमानों में से पहला विमान रक्षा मंत्री को आज ही मिल जाएगा लेकिन चार विमानों की पहली खेप अगले साल मई में भारत पहुंचेगी. राजनाथ सिंह 9 अक्टूबर को फ्रांस की शीर्ष आयुद्ध कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक करेंगे. इस दौरान उनसे ‘मेक इन इंडिया’ में भाग लेने के लिए भी बुलावा दिया जा सकता है. माना जा रहा है कि राजनाथ सिंह उन लोगों को 5 से 8 फरवरी तक लखनऊ में आयोजित रक्षा एक्सपो में आने का न्योता देंगे.
भारत ने 2016 में फ्रांस के साथ 58,000 करोड़ रुपये में 36 लड़ाकू विमान खरीदने के लिये करार किया था. यह विमान बड़ी मात्रा में शक्तिशाली हथियार और मिसाइल ले जाने में सक्षम है.